अति चतुर से सर्वनास
एक समय की बात है एक बड़े से पहाड़ के नीचे एक बहुत ही ज्यादा घना जंगल हुआ करता था | जंगल में अनेक प्रकार के जीव जंतु रहा करते थे | लोग बहुत ही खुशी और आदर के साथ रहा करते थे और हर जीव जंतु के बीच में एक अच्छा संबंध था | वह कभी भी अपने अंदर झगड़ा नहीं किया करते थे | उस जंगल में एक बहुत ही बड़ा शेर भी रहा करता था | सारे जंगल के जीव जंतु मिलकर उस शेर को अपना राजा बनाए थे और इस बात से सारे जीव जंतु बहुत खुश थे | ऐसे सारे जीव जंतु को बहुत प्यार किया करता था | किसी भी कारण से अगर कोई भी जीव जंतुओं के अंदर बहस होता तो यह शेर उस जीव जंतु के बीच में हुआ वह बहुत ही आसान से समाधान कर देता था इसी कारण से सारे जीव जंतु वह शेर बहुत ही चाहते थे और प्यार भी करते थे |
अति चतुर से सर्वनास || Super smart || Hindi Moral Story |
सारे हंसी खुशी रहा करते थे | शेर को राजा बनाने के कारण जंगल में रहने वाला एक सियार नाखुश था | क्योंकि वह सोचता था कि राजा वही बनता है जो सबसे ज्यादा चतुर होता | और हम सबको पता है कि सबसे ज्यादा चतुर प्राणी है तो वह सियार ही है | वह वह समझता था कि शेर बहुत ही ज्यादा शक्तिशाली और बलवान है परंतु बिल्कुल नहीं चतुर नहीं है और उसे कोई भी आसानी से उल्लू बना सकता है | इसीलिए वो जंगल के सारे प्राणियों से बोला कि उसे राजा बना दिया जाए | यह सुनकर सहारे पानी ना खुश हुए और धीरे-धीरे यह बात राजा के पास भी गया |
राजा यह सुनकर बोले की सबको राजा महीने का एक समान अधिकार होता है | परंतु सारे प्राणी इस बात से नाखुश हुए | शेर उन्हें बोला कि ठीक है हम एक नौका सियार को भी देंगे राजा बनने का | यह सुनकर सियार बहुत खुश हुआ | राजा से पूछे कि तुम किस गुण के कारण राजा बनना चाहते हो | ऐसा कोई गुण बोलो जो कि मेरे पास ना हो और वह तुम्हारे पास हो अगर वह सच हुआ तो मैं तुम्हें राजा बना दूंगा | सियार राजा को बोला मैं आपसे ज्यादा चतुर हूं | सारे प्राणी मिलकर बोले हम हम दोनों का परीक्षा लेंगे कि कौन ज्यादा चतुर है |
अति चतुर से सर्वनास || Super smart || Hindi Moral Story |
एक प्रतियोगिता आयोजन किया गया जिस पर राजा और सियार दोनों भाग लिए | सबसे पहले दौड़ का प्रतियोगिता हुआ और बोला गया जो भी इस पे जीतेगा उसे आधा प्रतिशत राजा बनने का योग्यता मिल जाएगा | दौड़ शुरू हुआ परंतु राजा सीधे-सीधे दौड़ते हुए जा रहा था किंतु चतुर सियार चुपचाप से एक पतली गली से जल्दी जल्दी चला गया और जीत गया | यह देख कर राजा उसे कुछ भी नहीं बोले और शांत रह गए | दूसरा प्यार प्रतियोगिता चतुर का हुआ जिस पर की हर बार की तरह सियार ही जीत गया और सब को ना चाहते हुए उसे राजा मानना पड़ा | इसी तरह से हार कुछ साल तक राजा बनते हुए गया और सारे लोग उसे ना चाहते हुए भी स्वीकार करने लगे |
एक बार जंगल में बहुत जोरों का बारिश हुआ | कुछ दिन तक लगातार बारिश होने के कारण जंगल में बाढ़ आ गई | उसमें बहुत सारे जीव जंतु बहने लगे | उस समय शेर अपने बल से उन सारे जीव जंतुओं को बचाने लगा | इस कारण से कहीं शेयर को वे लोग राजा से निकालना दे यह सोचकर सियार शेर को पानी में धक्का देने के लिए जा रहा था | परंतु सियार का मन बहुत ही ज्यादा खराब था इसी कारण जय हो शेर को धक्का देने जा रहा था तभी उसका पैर फिसल गया और शेर को धक्का देने के बदले वह खुद पानी में गिर गया और बहता हुआ कहीं चला गया |
अति चतुर से सर्वनास || Super smart || Hindi Moral Story |
अति चतुर होना भी हानिकारक होता है |
इस कहानी साहब यह सत्य है कि हमेशा अपने चतुरता को सही समय पर व्यवहार करना चाहिए और कभी भी अति चतुर नहीं होना चाहिए नहीं तो फल सियार के जैसा ही होगा |
|| धन्यवाद ||
अगर आपके पास कोई भी नया Story के लिए Topic है तो कमेंट में जरूर बताएं मैं उस पर भी Story लिखूंगा |
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